उत्तर प्रदेश में एक प्रसिद्ध नेता के यहाँ सौ करोड़ रुपए (अमेरिकी डॉलर में हिसाब लगा लें) की चोरी में एक जासूसी कुत्ते को गिरफ्तार किया गया है। कलुवा नाम से जाने जाना वाला आरोपी कुत्ता उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में काम करता है और उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग की कई मामलों में आरोपियों को पकड़ने में मदद कर चुका है।
नेता जी के यहाँ हुई चोरी में बहुत सारी बेशकीमती गहने भी चोरी हुए हैं लेकिन उन्हें खरीदने के लिए नेता जी ने गैरकानूनी आय का प्रयोग किया था इसलिए चाहकर भी वो पुलिस में इस बात की रिपोर्ट नहीं लिखवा पाए। यदि गहनों की चोरी का मामला भी दाखिल किया जाता तो चोर से पहले नेताजी जेल में पहुंच जाते।
चोरी की रिपोर्ट के बाद कलुवा को चोर पकड़ने वाले दस्ते में शामिल कर लिया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कलुवा को साथ लेकर कई दिनों तक सिटी के कोने कोने को तलाशा परंतु चोर का पता ना चलने पर उन्हें कलुवा पर चोरी में शामिल होने का संदेह हुआ जिसके बाद कलुवा को चोरी के इल्जाम में गिरफ्तार कर लिया गया।
कलुवा को जज साहब ने सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और उत्तर प्रदेश पुलिस के नामचीन अफसर कलुवा से दिन - रात पूछताछ में लगे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस का मानना है कि कलुवा चोरी के पैसो को लेकर मुंबई शहर में जाकर एक फिल्म बनाना चाहता था लेकिन उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने फरार होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से जब कलुवा की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कलुवा केंद्र सरकार का आदमी है, माफ़ करना कुत्ता है। मुख्यमंत्री साहब के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए केंद्र सरकार ने ईमानदार कलुवा को खरीदकर राज्य के खिलाफ खड़ा कर दिया।
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