badge पुरानीबस्ती : #व्यंग्य - यदि हिटलर मुसलमान होता तो
चाँद भी कंबल ओढ़े निकला था,सितारे ठिठुर रहें थे,सर्दी बढ़ रही थी,ठंड से बचने के लिए, मुझे भी कुछ रिश्ते जलाने पड़े।

Monday, January 9, 2017

#व्यंग्य - यदि हिटलर मुसलमान होता तो






हिंदुस्तान पर हुए मुग़ल शासकों के अत्यचार का जिक्र भारत की स्कूल की किताबों में कम ही मिलता है, सहीं कहें तो ना के बराबर मिलता है। आजकल इस्लाम के नाम पर होने वाले आतंकवाद को लोग धर्म से जोड़ने के लिए मना करतें हैं। आज की परिस्थिति को देखकर सोचता हूँ कि यदि हिटलर मुसलमान होता तो आज उसका इतिहास किस तरह लिखा जाता।


प्रथम विश्वयुद्ध के बाद इंग्लैंड और बाकि के देशों ने जर्मनी के ऊपर कई ऐसी तरह की शर्तें लगा दी जिसके चलते जर्मनी की जनता को भारी मात्रा में कर चुकाना पड़ रहा था। जनता को खाने - पीने के लिए मिलने वाला आनाज पर्याप्त नहीं था और ऊपर से इंग्लैंड और उनके साथी देश जर्मनी के संसाधनों को मनमाने ढंग से उपयोग कर रहें थे।


जर्मनी की जनता जब इंग्लैंड के अत्याचार के सामने त्राहिमाम - त्राहिमाम कर रही थी उसी समय जर्मनी में इस्लाम और मानवता की रक्षा के लिए हिटलर का जन्म हुआ। हिटलर के पिता मौलवी थे इसलिए उसके लालन पालन में इस्लाम और इस्लाम की शिक्षा का विशेष योगदान रहा।


मस्जिद में रोज आकर फरियाद करनेवालों को देखकर और उनके ऊपर हुए अत्याचार को सुनकर हिटलर बहुत दुःखी होता था और मन ही मन लोगों को न्याय दिलवाने की कसम खाता रहता था। हिटलर ने इस्लाम की तालीम के साथ गोले बन्दुक चलाने का अभ्यास भी किया।


बीस साल का होने के बाद हिटलर ने अपना जिहाद के लिए पहला कदम उठाया, उसने कई फिरंगियों को एक कमरे में बंद करके उस कमरे को आग लगा दिया और सभी फिरंगियों को जिंदा जला दिया। जर्मनी में इस घटना को इस्लाम की पुनः स्थापना के लिए एक नया कदम बताते हुए हिटलर को मसीहा घोषित कर दिया गया।


हिटलर ने अंग्रेजों से जर्मनी को पुनः वापस ले लिया और उनकी सभी शर्तो को दरकिनार कर दिया । जर्मनी में हिटलर का शासन आने के बाद चारो तरफ खुशियों का माहौल था लेकिन इंग्लैंड ने अपने मित्र देशों के साथ मिलकर जर्मनी पर हमला कर दिया और धोके से हिटलर की हत्या करके उसे आत्महत्या करार दे दिया।


इस्लाम और मानवता की रक्षा के लिए हिटलर के योगदान को विश्व हमेशा याद रखेगा। अल्लाह हिटलर को बहत्तर हूरों के साथ जन्नत में खुश रखेगा।



- एक सेक्युलर इतिहासकार





2 comments:

  1. बहुत बढ़िया मित्र !क्या मैं आपके लेख को अपने ब्लॉग पर पाठकों की जानकारी बढाने हेतु शेयर कर सकता हूँ ?कृपया सूचित करें !सधन्यवाद !

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    1. बिलकुल कर सकते हैं, लेकिन क्रेडिट के साथ।

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