मुंबई में रहने वाले प्रेम कुमार पांडे को मानसिक रोग के डॉक्टर ने पागल करार दे दिया है। प्रेम कुमार पांडे किसी समय अपने इलाके के शतरंज के एक सुप्रसिद्ध खिलाड़ी थे और बताया जाता है की उन्हें मुंबई की टेलीफोन डिरेक्टरी मुह जबानी याद थी।
प्रेम कुमार पांडे के साथ सब कुछ सही चल रहा था कि एक दिन उन्होंने मोबाइल खरीद लिया और उसके बाद धीरे - धीरे उनकी यादास्त कम होने लगी और एक वो दिन भी आया जब उन्हें अपने ससुराल का नंबर भी मोबाइल से देखकर डायल करना पड़ता था।
प्रेम कुमार पांडे ने धीरे - धीरे मोबाइल प्रयोग करते - करते स्मार्ट फ़ोन का उपयोग करना आरंभ कर दिया और उनके डंब बनने का स्टेज तीव्र गति से बढ़ने लगा। कभी चिड़िया की चहक से उठने वाले प्रेम कुमार पांडे के लिए मोबाइल अलार्म के बिना उठना नामुमकिन हो गया।
डॉक्टर ने प्रेम कुमार पांडे की रिपोर्ट में बताया कि उन्हें स्मार्ट फ़ोन से जितना हो सके उतना दूर रखना होगा, अन्यथा उनकी हालत दिन - ब - दिन खराब होती जाएगी और धीरे - धीरे वो अपना नाम भी स्मार्ट फ़ोन से पूछकर बताएंगे। डॉक्टर साहब ने बताया की आज कल स्मार्ट फ़ोन के उपयोग से डंब बननेवाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और सरकार को लोगों की भलाई के लिए जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए।
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